बिहार के कई जिलों में गुरुवार को बारिश आफत बनकर बरसी है। तेज बारिश और हवा के साथ आकाशीय बिजली का कहर 45 लोगों की जिंदगी ले गया। साथ ही आकाशीय बिजली की चपेट में आने से कई लोग गंभीर रूप से झुलस गए हैं। उत्तर बिहार सहित कई जिलों में अभी भी लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने पहले ही गुरुवार और शुक्रवार को मूसलाधार बारिश का अलर्ट जारी कर दिया था।
मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार रो अररिया और किशनगंज जिले को रेड जोन में और पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सीवान , सारण, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, सुपौल, पूर्णिया, सहरसा और मधेपुरा को आरेंज जोन में रखा गया है। जानकारी के अनुसार, आज भारी बारिश के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से गोपालगंज में 14, सीवान में 5, मधुबनी में 6, बांका में 5, भागलपुर में 5, मधुबनी में 7, बेतिया में 2, मोतिहारी में 2 के साथ दरभंगा,शिवहर और समस्तीपुर में एक-एक व्यक्ति की मौत की सूचना है। इसके अलावा बच्ची और महिला समेत कई लोगो के झुलसने की सूचना भी मिल रही है। बताया यह भी जा रहा है कि मरने वाले ज्यादातर लोग खेत में काम कर रहे थे।
आकाशीय बिजली के कहर से बचने के उपाय
मौसम विभाग ने 26 जून तक बिहार के 18 जिलों के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। बिहार आपदा विभाग की ओर से किसी भी आपदा से निपटने के लिए अपनी तैयारी कर ली गई है। वहीं, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ भी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट मोड पर है। एक्सपर्ट के अनुसार, भारी बारिश के दौरान घर से निकलने से बाहर नहीं निकला चाहिए। अगर घर से बाहर हैं तो बारिश से बचने के लिए किसी पेड़ के नीचे ना ठहरें। अगर आसमान में बिजली कड़क रही हो तो घर के इलेक्ट्रानिक उपकरण बंद कर दें। बिजली चमकते समय मोबाइल का इस्तेमाल भी खतरनाक साबित हो सकता है।