नई दिल्ली: देश के सबसे बड़े बैंक SBI के क्रेडिट कार्ड यूनिट SBI Cards and Payment Services को बाजार नियामक सेबी से आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) लाने की हरी झंडी मिल गई है. कंपनी ने नवंबर में आईपीओ के लिए सेबी के समक्ष आवेदन किया था. कंपनी के आवेदन को सेबी की हरी झंडी मिल गई है. किसी भी कंपनी को IPO, FPO और राइट इश्यू के लिए सेबी की मंजूरी की जरूरत पड़ती है. मसौदा दस्तावेज के मुताबिक SBI Cards ऑफर फॉर सेल के जरिए 130,526,798 इक्विटी शेयरों की पेशकश करेगी.
SBI Cards में भारतीय स्टेट बैंक की हिस्सेदारी 76 फीसद है. शेष हिस्सेदारी Carlyle Group के पास है. बाजार सूत्रों के मुताबिक आईपीओ का आकार 6,000 करोड़ रुपये से अधिक का हो सकता है. SBI Cards भारत की दूसरी बड़ी क्रेडिट कार्ड इश्यूइंग कंपनी है. कंपनी की बाजार हिस्सेदारी भारत में 18 फीसद के आसपास है. इससे पहले SBI चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा था कि आने वाले कुछ महीनों में SBI Cards IPO लाएगी.
1998 में हुई थी एसबीआई कार्ड की शुरुआत
SBI Card ने 1998 में क्रेडिट कार्ड जगत में प्रवेश किया था. 1999 में एक लाख लोगों ने एसबीआई का कार्ड ले लिया था. कंपनी का मुख्यालय हरियाणा के गुरुग्राम में है. कंपनी की देश के 100 से अधिक शहरों में शाखाएं हैं.कंपनी फिलहाल 90 लाख कार्ड बेस के साथ क्रेडिट कार्ड जारी करने के मामले में दूसरे स्थान पर है.
Mukesh Trends Lifestyle को भी IPO लाने की मिली मंजूरी
SBI Cards के लिए Mukesh Trends Lifestyle को भी आईपीओ लाने के लिए सेबी की मंजूरी मिल गई है. अहमदाबाद स्थित यह कंपनी एक करोड़ इक्विटी शेयरों के लिए आईपीओ लाएगी. कंपनी 10 रुपये प्रति शेयर के फेस वैल्यू के साथ आईपीओ लाएगी. कंपनी के आईपीओ का आकार 70 करोड़ रुपये से 90 करोड़ रुपये के बीच रहने का अनुमान है.