झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में मंगलवार को 7 नए मंत्रियों ने पद व गोपनीयता की शपथ ली। इस तर कुल मिलाकर टीम हेमंत ने अपना प्लेइंग इलेवन पूरा कर लिया है। मंगलवार को राजभवन के बिरसा मंडप में आयोजित मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, झारखंड कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी आरपीएन सिंह की मौजूदगी में राज्यपाल द्रौपदी मूर्मू ने मंत्रियों को शपथ दिलाई। राज्यपाल द्राैपदी मुर्मू ने सात विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई। राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और मुख्य सचिव डीके तिवारी की उपस्थिति में सात मंत्रियों की नियुक्ति का आदेश पढ़ा गया।
कांग्रेस कोटे से जमशेदपुर पश्चिमी सीट के विधायक बन्ना गुप्ता ने मंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद राज्यपाल ने जरमुंडी के कांग्रेस विधायक बादल पत्रलेख को मंत्री पद की शपथ दिलाई। सबसे अंत में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक मिथिलेश कुमार ठाकुर ने मंत्री पद की शपथ ली। झामुमो विधायक जगरनाथ महतो, कांग्रेस विधायक बादल पत्रलेख तथा झामुमो विधायक मिथिलेश कुमार ठाकुर किसी सरकार में पहली बार मंत्री बने हैं।
सबसे पहले मंच पर चंपई सोरेन का नाम पुकारा गया और राज्यपाल ने चंपई सोरेन को शपथ दिलाई। इसके बाद शपथ लेने के लिए हाजी हुसैन अंसारी का नाम पुकारा गया। हाजी हुसैन ने उर्दू भाषा में शपथ ली। हाजी हुसैन के बाद जगरनाथ महतो ने मंत्री पद की शपथ ली। हेमंत मंत्रिमंडल में पहली महिला मंत्री के तौर पर झामुमो की विधायक जोबा मांझी ने शपथ ली।
राज्य में मुख्यमंत्री समेत अधिकतम 12 मंत्री बनाए जा सकते हैं। ऐसे में सीएम समेत 11 मंत्रियों की शपथ के बाद अब तय हो गया है कि एक पद छोड़कर रखा जाए। बचे हुए मंत्री पद से विपरीत परिस्थितियों में उलटफेर में सहूलियत होगी। गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के कार्यकाल में मंत्रिमंडल का एक पद उनके कार्यकाल के अंत तक खाली रहा।