आज के दौर में इंडियन कंपनी का तेजी से Globalization हो रहा है, इसके साथ ही अमेरिका, जापान जैसे शक्तिशाली देशों के साथ भारत के व्यापारिक रिश्ते भी मजबूत हो रहे हैं, जिसकी वजह से फॉरेन लैग्वेज की जानकारी रखने वाले प्रोफेशनल्स की डिमांड भी काफी बढ़ रही है।
खुद को और अधिक बेहतर बनाने के लिए युवा हिन्दी, अंग्रेजी के साथ-साथ अपनी कमांड जर्मन, स्पेनिश, फ्रैंच, कोरियन,चायनीज, जैपनीज, पर्शियन समेत तमाम विदेशी भाषाओं में अपना नॉलेज बना रहे हैं, ताकि उनकी तरक्की की राहें आसान हो सकें। वहीं भारत में भी पिछले कुछ सालों में फॉरेन लैंग्वेज कोर्सेस करवाने वाले संस्थानों में भी वृद्धि हुई है, इन इंस्टीट्यूट के माध्यम से छात्र किसी भी फॉरेन लैंग्वेज में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या फिर डिग्री कोर्सेस कर सकते हैं।
अगर आपकी फॉरेन लैंग्वेज में अच्छी पकड़ है तो आप टीचिंग, ट्रांसलेटर, इंटरप्रेटर, होटल, टूरिज्म समेत तमाम अलग-अलग क्षेत्रों में अपना भविष्य संवार सकते हैं
फॉरेन लैंग्वेज एक्सपर्ट के तौर पर शुरुआत में आप लगभग 20 से 25 हजार रुपए कमा सकते हैं, फिर धीरे-धीरे अनुभव बढ़ने के साथ-साथ पे-स्केल भी बढ़ता जाता है। इसके साथ ही ट्रांसलेटर के तौर पर आप तक़रीबन 150 से 200 रुपए तक हर पेज के हिसाब से भी कमा सकते हैं या फिर इंटरप्रेटर के तौर पर 500 से लेकर 800 रुपए प्रति घंटे तक कमा सकते हैं।
फॉरेन लैंग्वेज एक्सपर्ट की यहां है काफी डिमांड, ये कंपनियां करती हैं हायर –
फॉरेन लैंग्वेज के जानकार की डिमांड आज हर क्षेत्र में तेजी से बढ़ रही है। कई सरकारी संगठन और कई बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियां फॉरेन लैंग्वेज एक्सपर्ट को नियुक्त कर रही हैं।
आपको बता दें कि संयुक्त राष्ट्र संगठन (UNO), विश्व व्यापार संगठन (WTO), अंतरराष्ट्रीय संगठनों के अलावा एयरलाइन्स, इंटरनेशनल मीडिया हाउस (प्रिंट, रेडियो, टी.वी), पर्यटन, होटल में विदेशी भाषा के जानकारों को काफी तवज्जों मिल रही हैं, वहीं इन क्षेत्रों में फॉरेन लैंग्वेज प्रोफेशनल्स को अच्छे पे स्केल पर भी नियुक्त किया जा रहा है।
इसके साथ ही आपको बता दें कि कॉग्निजेंट, सैमसंग, विप्रो, टेक महिंद्रा, ऑरेकल, बीएमडब्ल्यू, एक्सेंचर, एच.पी, टीसीएस, बॉश, इंफोसिस, थॉमसन, डेमलर, हुंडई, एवेंटिस, एलजी, जीई, समेत देश की कई बड़ी कंपनियां फॉरेन लैंग्वेज एक्सपर्ट्स को अच्छी सैलरी पैकेज पर हायर कर रही हैं।
Best Institute for Foreign Language
- जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
- इंडो इटालियन चैंबर ऑफ कॉमर्स,मुम्बई
- बनारस हिंदू विश्वविद्यालय,वाराणसी
- रवीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, कोलकाता
- राजस्थान यूनिवर्सिटी,जयपुर
- हैदराबाद विश्वविद्यालय, हैदराबाद
- बैंगलोर विश्वविद्यालय, बेंगलुरू
- लखनऊ यूनिवर्सिटी, लखनऊ
- राम कृष्ण मिशन,कोलकाता
- मुंबई,कोलकाता,नई दिल्ली और चेन्नई में मैक्स मुलर भवन
- द इंग्लिश एंड फॉरन लैंग्वेज यूनिवर्सिटी, लखनऊ
- पुणे विश्वविद्यालय,पुणे
- भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली
- पंजाब विश्वविद्यालय, पटियाला
- एम्बेसी ऑफ जापान, नई दिल्ली
- दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली।