कानपुर – बिरूआ गांव एनकांउटर मामले में पुलिस ने विकास दुबे के दो और साथियों का मार गिराया है. गुरूवार यानी आज सुबह पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में प्रभात मिश्रा व बउआ दुबे मारे गए. पुलिस के मुताबिक फरीदाबाद से गिरफ्तार प्रभात मिश्रा को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पुलिस कानपुर आ रही थी. तभी बीच रास्ते में प्रभात ने पुलिस की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की, इसी दौरान उसने पुलिस पर फायरिंग भी कर दी.
पुलिस ने भी गोली चलाई तो प्रभात घायल हो गया, अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. वहीं विकास का दूसरा साथी बउआ दुबे भी इटावा में मारा गया. यह जानकारी इटावा एसएसपी आकाश तोमर ने दी. वहीं एक दूसरे एनकाउंटर में विकास का साथी बऊआ दुबे भी मारा गया है. पुलिस ने इटावा के बकेवर थाना क्षेत्र में उसका एनकाउंटर किया. बऊआ दुबे अपने तीन अन्य साथियों के साथ एक एक स्विफ्ट डिजायर कार को लूटकर भागने के प्रयास में था.
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इसी दौरान कचौरा रोड पर पुलिस ने उन्हें रोका तो उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई जिसमें बऊआ दुबे मारा गया. हालांकि उसके तीन साथी भागने में कामयाब रहे. बऊआ के पास से पुलिस को पिस्टल मिली है. आईजी रेंज कानपुर ने बताया कि फरीदाबाद में विकास को छिपने में तीन लोगों ने मदद की थी, जिन्हें कल गिरफ्तार कर लिया गया था. प्रभात भी उनमें से एक था. प्रभात मिश्रा और बऊआ दुबे दोनों पर 50 हजार का इनाम था.
दो आरोपी श्रवण और अंकुर को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया था, जबकि कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद आरोपी प्रभात उर्फ कार्तिकेय मिश्रा को यूपी पुलिस के हवाले किया जाना था. वहीं कार्तिकेय, अंकुर और श्रवण की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में कई खुलासे हे हैं. कार्तिकेय उर्फ प्रभात ने जानकारी दी थी कि पुलिस कर्मियों की हत्या करने के बाद उसने और विकास ने उनकी दो पिस्टले और कारतूस लूटी और वहां से शिवली निकल गए. वह लोग शिवली में दो दिन रुके. मोटरसाइकिल और टैक्सी से सफर करते हुए वह लोग फरीदाबाद पहुंच गए. यहां उन्होंने विकास की भाभी शांति मिश्रा के यहां शरण ली.