गया: मुफस्सिल थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह मंझौली गांव के पास गश्ती कर रहे एसआई अशोक कुमार पर हमला हुआ। भुसण्डा-फतेहपुर मार्ग पर गश्त के दौरान भदेजा पंचायत के सरपंच अपने समर्थकों के साथ संदिग्ध हालत में खड़े थे। पूछताछ शुरू होते ही बहस हुई। फिर मारपीट शुरू हो गई। हाथापाई देख बड़ी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए। भीड़ में से कुछ लोगों ने दारोगा का सर्विस रिवॉल्वर छीनने की कोशिश की। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, एसआई ने रिवॉल्वर हाथ में ले लिया
आत्मरक्षा में फायरिंग की स्थिति में आए एसआई तब हटे ग्रामीण
आत्मरक्षा में फायरिंग की स्थिति में आ गए। यह देख ग्रामीण पीछे हट गए। घटना का वीडियो किसी ने बना लिया। सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। इसके बाद पुलिस की कार्यशैली को लेकर इलाके में चर्चा तेज हो गई। सूत्रों के अनुसार, घटना की जानकारी तुरंत अधिकारियों को दी गई। लेकिन कार्रवाई की जगह मामले को दबाने की कोशिशें शुरू हो गईं। स्थानीय लोगों में नाराजगी है कि पुलिस पर हमला होने के बावजूद दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई।
आला अधिकारियों से बातचीत कर मामला रफा-दफा करने का आरोप
बताया जाता है कि घटना के बाद सरपंच अपने समर्थकों के साथ थाना पहुंचा। आला अधिकारियों से बातचीत कर मामला रफा-दफा कर दिया गया। इससे कनीय अधिकारियों में रोष है। नाम न छापने की शर्त पर पुलिसकर्मियों ने कहा कि अगर इसी तरह पुलिस पर हमले होते रहे और अधिकारी समझौता करवाते रहे तो काम करना मुश्किल हो जाएगा। इधर एसडीपीओ सुनील कुमार पाण्डेय ने इस घटना के लिए एसआई को दोषी ठहराया। कहा कि वहां खड़े युवक अपराधी नहीं थे। ऐसे में पूछताछ से बचना चाहिए था। एसआई आवेदन देगा तो कार्रवाई होगी।
पहले भी पुलिस पर हो चुके हैं हमले
मुफस्सिल थाना क्षेत्र में पहले भी पुलिस पर हमले हो चुके हैं। 25 अप्रैल 2024 को होली के दिन जगजीवन कॉलेज के पास ड्यूटी पर रहे एसआई शंभू पासवान के साथ मारपीट हुई थी। 26 अप्रैल को जमीन विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला कर सिपाही खुशबू कुमारी को जख्मी कर दिया गया था। 28 सितंबर को रेलवे ओवर ब्रिज के नीचे डायल 112 बाइक टीम पर हमला कर सर्विस रिवॉल्वर लूट लिया गया था
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