आज के युग में मधुमेह एक विश्वव्यापी समस्या बनकर सामने आई है। विश्व का शायद ही कोई ऐसा देश होगा, जहां पर मधुमेह की बीमारी ने अपने पांव न पसारे हों। ता दें कि एक बार मधुमेह होने पर लोगों को न सिर्फ अपने खान−पान पर नियंत्रण रखना पड़ता है। बल्कि इसके लिए आपको जीवनभर दवाइयों का सेवन करना पड़ता है। तो आइए आज हम आपको कुछ ऐसे घरेलू उपचार के बारे में बता रहे हैं जिसकी मदद से अपने मधुमेह पर कंट्रोल रख सकते हैं।
करेले का इस्तेमाल
करेले का सेवन मधुमेह रोगियों के लिए लाभदायी माना गया है। इसके सेवन से आपके पेनक्रियाज में इंसुलिन का स्त्राव बेहतर होता है। सिर्फ इतना ही नहीं, यह इंसुलिन के रेसिसटेंस को भी रोकता है।
रोजाना दो करेले के बीज निकालें और फिर आप इसे मिक्सी में डालकर इसका जूस निकालें। अब आप इसमें थोड़ा पानी मिलाकर इसका सेवन करें। आप रोजाना सुबह खाली पेट इस जूस का सेवन करें।
आंवला का ज्यूस
आंवला का सेवन करने से आपका पेनक्रियाज बेहतर तरीके से काम करता है। बता दें कि इसका सेवन आप ज्यूस के रूप में कर सकते हैं। इसका जूस बनाने के लिए आप दो से तीन आंवला लेकर उसे बीच में से काटें और फिर उसे बीज निकाल दें। अब आप इसे मिक्सी में डालकर पीसें।
अब आप एक कप पानी में दो चम्मच आंवला का रस मिलाकर करें। इसका सेवन आप रोजाना खाली पेट करें।
दालचीनी पाउडर का इस्तेमाल
दालचीनी का पाउडर भी रक्त में शर्करा के स्तर को कम करने की क्षमता रखता है। बता दें कि इसमें कुछ बायोएक्टिव घटक होते हैं जो मधुमेह से लड़ने के साथ−साथ उसे रोकने की भी क्षमता रखते हैं। इसके प्रयोग के लिए आप पहले पानी को उबालें। इसके बाद इस पानी में 2-3 दालचीनी स्टिक डालकर लगभग पानी को 15 मिनट तक रखें। अब आप इसे साफ कपड़े से छान लें और इसके बाद इस खोल का सेवन करें।