झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने राज्य में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनने के लिए कई प्रयास किये हैं… लेकिन उनका ये कहना है की जब हर एक बच्चे पर झारखंड सरकार लगभग 4000 रूपए खर्च करती है और सरकारी स्कूलों में किताब, कॉपी, जुटे और भोजन सबकुछ सरकार देती है, उसके बाद भी अभिभावकों का झुकाव 1000 से 4000 तक फ़ीस वसूलने वाले निजी विद्यालयों की तरफ क्यों जाता है…